Song parody of
Meri Zindagi Kisi Aur Ki
by Jagjit Singh
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मेरी ज़िन्दगी किसी और की
मेरी ज़िन्दगी किसी और की, मेरे नाम का कोई और है
मेरी ज़िन्दगी किसी और की, मेरे नाम का कोई और है
मेरा अक्स है सर-ए-आईना
मेरा अक्स है सर-ए-आईना, पस-ए-आइना कोई और है
मेरी ज़िन्दगी किसी और की, मेरे नाम का कोई और है
मेरी धड़कनों में है चाप सी, ये जुदाई भी है मिलाप सी
मेरी धड़कनों में है चाप सी, ये जुदाई भी है मिलाप सी
मुझे क्या पता, मेरे दिल बता
मुझे क्या पता, मेरे दिल बता, मेरे साथ क्या कोई और है
मुझे क्या पता, मेरे दिल बता, मेरे साथ क्या कोई और है
मेरी ज़िन्दगी किसी और की, मेरे नाम का कोई और है
ना गए दिनों को ख़बर मेरी, न शरीक-ए-हाल नज़र तेरी
ना गए दिनों को ख़बर मेरी, न शरीक-ए-हाल नज़र तेरी
तेरे देस में, मेरे भेस में
तेरे देस में, मेरे भेस में, कोई और था कोई और है
तेरे देस में, मेरे भेस में, कोई और था कोई और है
मेरी ज़िन्दगी किसी और की, मेरे नाम का कोई और है
वो मेरी तरफ़ निगराँ रहे, मेरा ध्यान जाने कहाँ रहे
वो मेरी तरफ़ निगराँ रहे, मेरा ध्यान जाने कहाँ रहे
मेरी आँख में कई सूरतें
मेरी आँख में कई सूरतें, मुझे चाहता कोई और है
मेरी ज़िन्दगी किसी और की, मेरे नाम का कोई और है
मेरा अक्स है सर-ए-आईना, पस-ए-आइना कोई और है
मेरी ज़िन्दगी किसी और की, मेरे नाम का कोई और है
मेरी ज़िन्दगी किसी और की
मेरी ज़िन्दगी किसी और की, मेरे नाम का कोई और है
मेरी ज़िन्दगी किसी और की, मेरे नाम का कोई और है
मेरा अक्स है सर-ए-आईना
मेरा अक्स है सर-ए-आईना, पस-ए-आइना कोई और है
मेरी ज़िन्दगी किसी और की, मेरे नाम का कोई और है
मेरी धड़कनों में है चाप सी, ये जुदाई भी है मिलाप सी
मेरी धड़कनों में है चाप सी, ये जुदाई भी है मिलाप सी
मुझे क्या पता, मेरे दिल बता
मुझे क्या पता, मेरे दिल बता, मेरे साथ क्या कोई और है
मुझे क्या पता, मेरे दिल बता, मेरे साथ क्या कोई और है
मेरी ज़िन्दगी किसी और की, मेरे नाम का कोई और है
ना गए दिनों को ख़बर मेरी, न शरीक-ए-हाल नज़र तेरी
ना गए दिनों को ख़बर मेरी, न शरीक-ए-हाल नज़र तेरी
तेरे देस में, मेरे भेस में
तेरे देस में, मेरे भेस में, कोई और था कोई और है
तेरे देस में, मेरे भेस में, कोई और था कोई और है
मेरी ज़िन्दगी किसी और की, मेरे नाम का कोई और है
वो मेरी तरफ़ निगराँ रहे, मेरा ध्यान जाने कहाँ रहे
वो मेरी तरफ़ निगराँ रहे, मेरा ध्यान जाने कहाँ रहे
मेरी आँख में कई सूरतें
मेरी आँख में कई सूरतें, मुझे चाहता कोई और है
मेरी ज़िन्दगी किसी और की, मेरे नाम का कोई और है
मेरा अक्स है सर-ए-आईना, पस-ए-आइना कोई और है
मेरी ज़िन्दगी किसी और की, मेरे नाम का कोई और है