Song parody of
Zindagi Kaisi Hai Paheli [Classic Revival]
by Manna Dey
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ज़िन्दगी कैसी है पहेली, हाय
कभी तो हँसाए, कभी ये रुलाये (आ आ हाँ)
ज़िन्दगी कैसी है पहेली, हाय (आ आ हाँ)
कभी तो हँसाए, कभी ये रुलाये (आ आ हाँ)
आ आ हाँ आ आ हाँ आ आ हाँ आ आ आ आ
तो भी, देखो, मन नहीं जागे (आ आ हाँ)
पीछे-पीछे सपनों के भागे (आ आ हाँ)
हे, तो भी, देखो, मन नहीं जागे (आ आ हाँ)
पीछे-पीछे सपनों के भागे (आ आ हाँ)
एक दिन सपनों का राही (आ आ हाँ)
चला जाए सपनों से आगे, कहाँ
ज़िन्दगी कैसी है पहेली, हाय (आ आ हाँ)
कभी तो हँसाए, कभी ये रुलाये (आ आ हाँ)
आ आ आ
जिन्होंने सजाए यहाँ मेले (आ आ हाँ)
सुख-दुःख संग-संग झेले (आ आ हाँ)
हे, जिन्होंने सजाए यहाँ मेले (आ आ हाँ)
सुख-दुःख संग-संग झेले (आ आ हाँ)
वो ही चुनकर खामोशी (आ आ हाँ)
यूँ चले जाए अकेले, कहाँ
ज़िन्दगी कैसी है पहेली, हाय (आ आ हाँ)
कभी तो हँसाए, कभी ये रुलाये (आ आ हाँ)
ज़िन्दगी कैसी है पहेली, हाय
कभी तो हँसाए, कभी ये रुलाये (आ आ हाँ)
ज़िन्दगी कैसी है पहेली, हाय (आ आ हाँ)
कभी तो हँसाए, कभी ये रुलाये (आ आ हाँ)
आ आ हाँ आ आ हाँ आ आ हाँ आ आ आ आ
तो भी, देखो, मन नहीं जागे (आ आ हाँ)
पीछे-पीछे सपनों के भागे (आ आ हाँ)
हे, तो भी, देखो, मन नहीं जागे (आ आ हाँ)
पीछे-पीछे सपनों के भागे (आ आ हाँ)
एक दिन सपनों का राही (आ आ हाँ)
चला जाए सपनों से आगे, कहाँ
ज़िन्दगी कैसी है पहेली, हाय (आ आ हाँ)
कभी तो हँसाए, कभी ये रुलाये (आ आ हाँ)
आ आ आ
जिन्होंने सजाए यहाँ मेले (आ आ हाँ)
सुख-दुःख संग-संग झेले (आ आ हाँ)
हे, जिन्होंने सजाए यहाँ मेले (आ आ हाँ)
सुख-दुःख संग-संग झेले (आ आ हाँ)
वो ही चुनकर खामोशी (आ आ हाँ)
यूँ चले जाए अकेले, कहाँ
ज़िन्दगी कैसी है पहेली, हाय (आ आ हाँ)
कभी तो हँसाए, कभी ये रुलाये (आ आ हाँ)