Song parody of
Patakha Phooljhadi
by Asha Bhosle
Here's where you get creative! Use our cool song parody creator to make a totally new musical idea and lyrics for the Patakha Phooljhadi song by Asha Bhosle.
Simply click on any word to get rhyming words suggestion to use instead of the original ones. You may also remove or alter entire lines if needed — when you're done save your work and share it with our community — have fun!
पटाखा फूलझडी न ह
पटाखा फूलझडी न
मैं हूँ बाबू झोपड़ी का बम्ब
पटाखा फूलझडी न
मैं हूँ बाबू झोपड़ी का बम्ब
हो खुली सड़कों पे पाली
खिली शोलो में चली
हो खुली सड़कों पे पाली
खिली शोलो में चली
किसी से न काम
पटाखा फूलझडी न
मैं हूँ बाबू झोपड़ी का बम्ब
पटाखा फूलझडी न
मैं हूँ बाबू झोपड़ी का बम्ब
जहा बलखाती चलि तराने गाती चली
ख़ुशी के रंग उड़े हुयी गुलज़ार गली
बोले कंगाल हूँ मैं
आहा ख़ुशहाल हूँ मैं
मुझे वो रुप मिला के माला मॉल हूँ मैं
नाइयो का राग नाइयो की रानी हो
हो कोई महलों में पली या हो जन्नत की पारी
खिली शोलो में काली किसी से न काम
पटाखा फूलझडी न
मैं हूँ बाबू झोपड़ी का बम्ब
पटाखा फूलझडी न
मैं हूँ बाबू झोपड़ी का बम्ब
अरे दिल फेंक दिल न फेंक
पैसा फेंक तमाशा देख
दुवँइ बस दुवँइ छावनी बस छावनी
अथनि बस अथनि
मुझे न नोट दिखा मुझे न पास बुला
कही जल जाये न तू मुझे न हाथ लगा
न न न न आके बाहों में
तेरी प्यार से झूम लूँ मैं
तू कोई प्रिंस नहीं तेरा मुँह चूम लूँ मैं
ऐसी चालों से मैं बेगानी हो
हूँ ब्यूरो के लिए बुरी
खिली शोलो में चली
किसी से न काम
पटाखा फूलझडी न
मैं हूँ बाबू झोपड़ी का बम्ब
पटाखा फूलझडी न
मैं हूँ बाबू झोपड़ी का बम्ब
देखो तो दादा लगे दिल का शाजदा लगे
तुझसे तो मेरा कोई पहले का वडा लगे
यहाँ कोई ऐसा नहीं है तेरे जैसा नहीं
आये सपनो में मेरे कही तू वो तो नहीं
ऐसे दिलवालो की दीवानी हूँ
मिलेगी कही कभी मेरे सपनो की गली
खिली शोलो में चली
किसी से न काम
पटाखा फूलझडी न
मैं हूँ बाबू झोपड़ी का बम्ब
पटाखा फूलझडी न
मैं हूँ बाबू झोपड़ी का बम्ब
पटाखा फूलझडी न ह
पटाखा फूलझडी न
मैं हूँ बाबू झोपड़ी का बम्ब
पटाखा फूलझडी न
मैं हूँ बाबू झोपड़ी का बम्ब
हो खुली सड़कों पे पाली
खिली शोलो में चली
हो खुली सड़कों पे पाली
खिली शोलो में चली
किसी से न काम
पटाखा फूलझडी न
मैं हूँ बाबू झोपड़ी का बम्ब
पटाखा फूलझडी न
मैं हूँ बाबू झोपड़ी का बम्ब
जहा बलखाती चलि तराने गाती चली
ख़ुशी के रंग उड़े हुयी गुलज़ार गली
बोले कंगाल हूँ मैं
आहा ख़ुशहाल हूँ मैं
मुझे वो रुप मिला के माला मॉल हूँ मैं
नाइयो का राग नाइयो की रानी हो
हो कोई महलों में पली या हो जन्नत की पारी
खिली शोलो में काली किसी से न काम
पटाखा फूलझडी न
मैं हूँ बाबू झोपड़ी का बम्ब
पटाखा फूलझडी न
मैं हूँ बाबू झोपड़ी का बम्ब
अरे दिल फेंक दिल न फेंक
पैसा फेंक तमाशा देख
दुवँइ बस दुवँइ छावनी बस छावनी
अथनि बस अथनि
मुझे न नोट दिखा मुझे न पास बुला
कही जल जाये न तू मुझे न हाथ लगा
न न न न आके बाहों में
तेरी प्यार से झूम लूँ मैं
तू कोई प्रिंस नहीं तेरा मुँह चूम लूँ मैं
ऐसी चालों से मैं बेगानी हो
हूँ ब्यूरो के लिए बुरी
खिली शोलो में चली
किसी से न काम
पटाखा फूलझडी न
मैं हूँ बाबू झोपड़ी का बम्ब
पटाखा फूलझडी न
मैं हूँ बाबू झोपड़ी का बम्ब
देखो तो दादा लगे दिल का शाजदा लगे
तुझसे तो मेरा कोई पहले का वडा लगे
यहाँ कोई ऐसा नहीं है तेरे जैसा नहीं
आये सपनो में मेरे कही तू वो तो नहीं
ऐसे दिलवालो की दीवानी हूँ
मिलेगी कही कभी मेरे सपनो की गली
खिली शोलो में चली
किसी से न काम
पटाखा फूलझडी न
मैं हूँ बाबू झोपड़ी का बम्ब
पटाखा फूलझडी न
मैं हूँ बाबू झोपड़ी का बम्ब