Song parody of
Darkhaast [Lofi Mix]
by Sunidhi Chauhan
Here's where you get creative! Use our cool song parody creator to make a totally new musical idea and lyrics for the Darkhaast [Lofi Mix] song by Sunidhi Chauhan.
Simply click on any word to get rhyming words suggestion to use instead of the original ones. You may also remove or alter entire lines if needed — when you're done save your work and share it with our community — have fun!
इस क़दर तू मुझे प्यार कर
जिसे कभी ना मैं सकूं फिर भुला
ज़िन्दगी लायी हमें यहाँ
कोई इरादा तो रहा होगा भला
के दरखास्त है ये
जो आई रात है ये
तू मेरी बाहों में दुनिया भुला दे
जो अब लम्हात है ये
बड़े ही ख़ास है ये
तू मेरी बाहों में दुनिया भुला दे
राहों में मेरे साथ चल तू
थामे तामे मेरा हाथ चल तू
वक़्त जितना भी हो हासिल
सारा मेरे नाम कर तू
वक़्त जितना भी हो हासिल
सारा मेरे नाम कर तू
की अरमां है ये
गुजारिश जान है ये
तू मेरी बाहों में दुनिया भुला दे
जो अब लम्हात है ये (जो अब लम्हात है ये)
बड़े ही ख़ास हैं ये (बड़े ही ख़ास हैं ये)
तू मेरी बाहों में दुनिया भुला दे
लम्ज़ जिस्मों पे ऐसे सजाये
बारिशों से भी वो धुल ना पाए
तू मेरी बाहों में दुनिया भुला दे
हो नक्श लम्हों पे ऐसे बनाये
मुद्दतों से भी वो मिट ना पाए
तू मेरी बाहों में दुनिया भुला दे
हम्म तुझसे तो हूँ मैं यूँ बोहत मुतासिर
पर क्या करूं मैं हूँ एक मुसाफिर
कैसी ख़ुशी है जिसमे नमी है
जाने तू ये या जाने ना ओ
जो जज़्बात है ये (जो जज़्बात है ये)
बड़े ही पाक हैं ये (बड़े ही पाक हैं ये)
तू मेरी बाहों में दुनिया भुला दे
जो अब लम्हात है ये (जो अब लम्हात है ये)
बड़े ही पास हैं ये (बड़े ही पास हैं ये)
तू मेरी बाँहों में दुनिया भुला दे
इस क़दर तू मुझे प्यार कर
जिसे कभी ना मैं सकूं फिर भुला
ज़िन्दगी लायी हमें यहाँ
कोई इरादा तो रहा होगा भला
के दरखास्त है ये
जो आई रात है ये
तू मेरी बाहों में दुनिया भुला दे
जो अब लम्हात है ये
बड़े ही ख़ास है ये
तू मेरी बाहों में दुनिया भुला दे
राहों में मेरे साथ चल तू
थामे तामे मेरा हाथ चल तू
वक़्त जितना भी हो हासिल
सारा मेरे नाम कर तू
वक़्त जितना भी हो हासिल
सारा मेरे नाम कर तू
की अरमां है ये
गुजारिश जान है ये
तू मेरी बाहों में दुनिया भुला दे
जो अब लम्हात है ये (जो अब लम्हात है ये)
बड़े ही ख़ास हैं ये (बड़े ही ख़ास हैं ये)
तू मेरी बाहों में दुनिया भुला दे
लम्ज़ जिस्मों पे ऐसे सजाये
बारिशों से भी वो धुल ना पाए
तू मेरी बाहों में दुनिया भुला दे
हो नक्श लम्हों पे ऐसे बनाये
मुद्दतों से भी वो मिट ना पाए
तू मेरी बाहों में दुनिया भुला दे
हम्म तुझसे तो हूँ मैं यूँ बोहत मुतासिर
पर क्या करूं मैं हूँ एक मुसाफिर
कैसी ख़ुशी है जिसमे नमी है
जाने तू ये या जाने ना ओ
जो जज़्बात है ये (जो जज़्बात है ये)
बड़े ही पाक हैं ये (बड़े ही पाक हैं ये)
तू मेरी बाहों में दुनिया भुला दे
जो अब लम्हात है ये (जो अब लम्हात है ये)
बड़े ही पास हैं ये (बड़े ही पास हैं ये)
तू मेरी बाँहों में दुनिया भुला दे